राम मंदिर भूमिपूजन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी जो बनाती हैं इसे विशेष जानिए कैसे विराजे गे रामलला
वर्षों से विवादों में रहा अयोध्या का राम मंदिर जिस पर 9 नवंबर 2019 को फैसला आया था फैसला आने के बाद मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया था और मंदिर निर्माण के लिए एक ट्रस्ट का निर्माण भी किया गया थालेकिन अब वह शुभ घड़ी आ गई है जब भगवान राम के मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियां जोरों शोरों पर शुरू हो गए हैं इस मंदिर को विभिन्न विशेषताओं को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है जो देश के सभी धार्मिक स्थलों से इसको अलग बनाएगा।
क्या है विशेष:-
राम मंदिर निर्माण के लिए एक हजार से ज्यादा स्थानों की मिट्टी लाई जा रही है।
मंदिर निर्माण के लिए 100 से ज्यादा नदियों समुद्र और कुंडों का जल भी लाया जा रहा है।
राम मंदिर भूमि पूजन को धार्मिक एकता को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।
डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों को आमंत्रित किया गया है।
मोबाइल कैमरा और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को भी बैन किया गया है।
रंग महल बैरियर तक ही गाड़ियां जा सकेंगे इसके बाद सभी पैदल ही राम लला के दर्शन करेंगे।
किन विशेष मेहमानों को किया गया है आमंत्रित:-
36 आध्यात्मिक परंपराओं में से 135 साधु-संतों को आमंत्रित किया गया है।
नेपाल से भी साधु-संतों को बुलाया गया है।
अयोध्या और बाबरी मस्जिद का केस लड़ने वाले अधिवक्ता हाशिम अंसारी के बेटे इकबाल अंसारी को भी राम मंदिर भूमि पूजन के लिए आमंत्रित किया गया है
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